क्या आप जानते हैं की हर स्मार्टफोन में फास्ट चार्जिंग अलग-अलग प्रकार से काम करता है। इनकी वोल्टेज, एम्पीयर एवं वाट अलग-अलग होते हैं। पहले के स्मार्टफोन में जहां अधिकतम 10 वाट के चार्जर का प्रयोग किया जाता था, वहीं वर्तमान में 300 वॉट तक की कैपेसिटी वाले चार्जिंग डिवाइस उपलब्ध हैं। आइये जानते हैं की फास्ट चार्जिंग क्या है और कैसे काम करता है?
फास्ट चार्जिंग क्या है
आज हम सभी लोग अपने फोन में दो चीजें जरूर चाहते हैं, सबसे पहले हाई कैपेसिटी वाली बैटरी और दूसरा फास्ट चार्जिंग, जिससे कम समय में स्मार्टफोन को चार्ज किया जा सके। लेकिन उससे पहले हम यह जान लेते हैं की आखिर यह फ़ास्ट चार्जिंग क्या है?
फास्ट चार्जिंग वर्तमान की एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसके माध्यम से आप अपने स्मार्टफोन के बैटरी को बहुत की कम समय में तेजी से चार्ज कर पाते हैं। क्योंकि बैटरी की कैपेसिटी जितनी अधिक होती है उसे चार्ज करने में उतना ही अधिक समय लगता है। अतः इसी लम्बे समय को कम करने के लिए स्मार्टफोन कंपनियां अपने फोंस में फास्ट चार्जिंग सुविधा प्रदान कर रही हैं। स्मार्टफोन कम्पनियाँ इसे सुपर फास्ट बैटरी चार्जर इत्यादि नामों से प्रचारित करती हैं।
वर्तमान में कई प्रकार के फ़ास्ट चार्जिंग डिवाइस मार्केट में उपलब्ध हैं, लेकिन इन सभी की टेक्नोलॉजी अलग तरह से कार्य करती है। जैसा की आप जानते होंगे वर्तमान में 30 वाट से लेकर 300 वाट तक के फ़ास्ट चार्जर आ चुके हैं। इन्हें मोबाइल फास्ट चार्जिंग हेतु प्रयोग किया जाता है।
फास्ट चार्जिंग कैसे काम करता है?
फास्ट चार्जिंग कैसे काम करता है यह जानने से पहले हम इसकी कुछ बुनियादी बातों को भी जान लेते हैं। देखिये हम बैटरी को जितना अधिक वोल्टेज और करंट देंगे हमारी बैटरी उतनी ही तेजी से चार्ज होगी, जिसके लिए फास्ट बैटरी चार्जर का प्रयोग करना होगा। लेकिन इसकी भी कुछ सीमाएं होती हैं, आवश्यकता से अधिक वोल्टेज अथवा पावर देने से बैटरी बहुत तेजी से गर्म भी होती है और अधिक गर्म होने पर बैटरी ब्लास्ट भी कर सकती है।
हम सभी लोग जानते हैं कि हमारा स्मार्टफोन 5 वोल्ट से चार्ज होता है। आप सभी ने अपने स्मार्टफोन के चार्जर पर 5 वोल्ट लिखा देखा भी होगा, लेकिन उसी के बगल में वोल्ट के बाद एम्पीयर भी लिखा होता है। लेकिन वर्तमान चार्जर पर तो 30 वॉट, 60 वॉट, 120 वॉट, 150 वॉट इत्यादि लिखा होता है। इसके आलावा इन्हें सुपर फास्ट चार्जिंग, अल्ट्रा फास्ट चार्जिंग, बैटरी फास्ट चार्जर इत्यादि नामों से प्रचारित किया जाता है।
तो मान लीजिए आपके चार्जर पर 5 वोल्ट 2 एंपियर लिखा है, इसका मतलब है आपका चार्जर 10 वाट का है। किसी भी चार्जर में वाट निकालने के लिए आप (वोल्ट X एम्पीयर) वोल्ट और एम्पीयर का गुना कर दीजिए, इससे आपको उस चार्जर का वाट पता चल जाएगा, यानि उसकी स्पीड चार्जिंग की जानकारी आपको मिल जाएगी।
अर्थात जितना अधिक एम्पीयर होगा हमारा फोन उतनी तेजी से चार्ज होगा, लेकिन अधिक एम्पीयर देने से हमारे फोन की बैटरी बहुत तेजी से चार्ज तो होती है लेकिन इसके साथ ही यह बहुत तेजी से गर्म भी होने लगती है, जिससे यह ब्लास्ट भी कर सकती है। लेकिन फास्ट चार्जिंग को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि यह बैटरी को अधिक पावर और एम्पीयर दे लेकिन बैटरी को गर्म न होने दे।
फास्ट चार्जिंग इन दो चरणों में कार्य करता है:
- कांस्टेंट करंट: फास्ट चार्जिंग में इस चरण के दौरान बैटरी को जितना संभव हो सके उतना अधिक से अधिक वोल्टेज और एम्पीयर बैटरी में पंप किया जाता है। यदि हमारी बैटरी 50% से कम होती है तो उसे समय फास्ट चार्जिंग बहुत तेजी से कार्य करता है। लेकिन जब यह 80% तक पहुंच जाता है तब फास्ट चार्जिंग बैटरी की स्पीड घट जाती है। आपने भी गौर किया होगा कि जब आपकी बैटरी खाली होती है तब यह 50-60% तक बहुत तेजी से चार्ज हो जाती है। लेकिन इसके बाद चार्जिंग की गति बहुत ही धीमी हो जाती है।
- कांस्टेंट वोल्टेज: फास्ट चार्जिंग के इस चरण में जब हमारी बैटरी 80% से अधिक चार्ज हो जाती है, तो हमारा चार्जर कांस्टेंट वोल्टेज पर स्वत: ही स्विच हो जाता है। इस समय बैटरी को वोल्ट तो मिलता है लेकिन इसमें एम्पीयर काम हो जाता है। जिस कारण यह बैटरी को ओवरहीट होने से बचाता है और बैटरी को बिना नुकसान पहुंचाए सुरक्षित चार्ज करता है।
फास्ट चार्जिंग के प्रकार
वर्तमान में 30 वॉट से लेकर 300 वॉट कैपेसिटी तक के फर्स्ट चार्जिंग सपोर्ट करने वाले स्मार्टफोन मार्केट में उपलब्ध है। यह फ्री फास्ट चार्जिंग डिवाइस कई स्मार्टफोन के साथ ही मुफ्त में मिलते हैं। लेकिन यह सभी फास्ट चार्जिंग डिवाइस अलग-अलग टेक्नोलॉजी पर बने हुए हैं। आइये इनमें से कुछ प्रमुख फास्ट चार्जिंग डिवाइसेज के बारे में जानते हैं।
USB Power Delivery (USB-PD)
- USB Power Delivery यानी USB-PD में अधिकतम 240 वॉट तक का आउटपुट मिलता है। लेकिन स्मार्टफोन में प्रयोग हेतु इससे 10 वॉट तक की पावर आउटपुट मिलती है। लेकिन इसे कॉन्फ़िगर करके 25 वॉट तक का प्रयोग किया जाता है।
- वर्तमान में ब्रांडेड स्मार्टफोन में भी USB-PD का प्रयोग किया जाता है। जिनमें एप्पल, गूगल के पिक्सल फोंस, सैमसंग के स्मार्टफोंस इत्यादि इस टेक्नोलॉजी का प्रयोग करते हैं ।
- यह यूनिवर्सल स्टैंडर्ड को सपोर्ट करता है, जिसके माध्यम से यूएसबी केबल के जरिए अधिक पावर प्रयोग किया जा सकता है।
Qualcomm Quick Charge
- Qualcomm Quick Charge 5 100 वॉट से भी अधिक पावर आउटपुट प्रदान करता है।
- Qualcomm Quick Charge के विभिन्न वर्जन है, जिनकी फास्ट चार्जिंग स्पीड भी अलग-अलग है। अभी वर्तमान में Quick Charge 5 इनका सबसे लेटेस्ट वर्जन है।
- जिन स्मार्टफोंस में क्वालकॉम का प्रोसेसर होता है, प्राय: उनमें बिल्ट इन क्विक चार्ज का सपोर्ट होता है। अभी वर्तमान में ढाई सौ से भी अधिक स्मार्टफोंस मॉडल में इसका प्रयोग किया जाता है।
- क्वालकॉम के क्विक चार्ज की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह डिवाइस को चार्ज करते समय वोल्टेज को रेगुलेट करता रहता है जिस कारण स्मार्टफोन हीट नहीं होता है। जिससे यह बैटरी को काफी तेजी से चार्ज कर पाता है।
Oppo SUPERVOOC Flash Charge
- Oppo की SUPERVOOC Flash Charge टेक्नोलॉजी के माध्यम से अधिकतम 150W तक की पॉवर आउटपुट मिलती है, हालाँकि ओप्पो नें MWC 2022 में 240W तक की अधिकतम पॉवर का उपयोग कर के दिखाया।
- इसे ओप्पो द्वारा बनाया गया है, Vooc Flash Charge अधिकतर ओप्पो के डिवाइसेज में प्रयोग होते हैं।
- ओप्पो के सुपर वॉक फ्लैश चार्ज की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह कम वोल्टेज पर भी बहुत अच्छी चार्जिंग स्पीड प्रोवाइड करता है। जिस कारण बैटरी हीट बहुत कम होता है और बैटरी की लाइफ बढ़ जाती है।
MediaTek Pump Express
- MediaTek Pump Express अधिकतम 24 वॉट तक का पावर आउटपुट प्रदान करता है। वैसे तो यह उतना तेज नहीं है, फिर भी बजट स्मार्टफोन में इसका प्रयोग किया जाता है।
- यह नॉर्मल चार्ज के मुकाबले स्मार्टफोन को 50% अधिक तेजी से चार्ज करता है।
- मीडियाटेक ने भी अपने पंप एक्सप्रेस टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है। MediaTek Pump Express 4 इसका नवीनतम वर्जन है।
OnePlus का Dash Charging एवं Warp Charge
- OnePlus Warp Charge में हमें 30 वॉट, 50 वॉट और 65 वॉट तक की पावर आउटपुट मिलती है।
- OnePlus Dash Charging मैं हमें अधिकतम 20 वॉट तक की पावर आउटपुट मिलती है। जिसके माध्यम से लगभग 30 मिनट में हमारा फोन जीरो से 50% तक चार्ज हो जाता है।
- 65W Warp Charge में अधिकतम 10 वोल्ट और 6.4 एम्पीयर का पावर आउटपुट मिलता है।
- इसमें प्रयोग हुए ऑटोमेटिक हार्डवेयर सेफगार्ड फीचर के माध्यम से यह स्मार्टफोन के बैटरी को ओवरहीटिंग से बचाता है।
Samsung की Adaptive एवं Super Fast Charging
- Samsung की Adaptive और Super Fast Charging में हमें 18 वॉट से लेकर 45 वॉट तक की पॉवर आउटपुट मिलती है।
- अभी यह केवल सैमसंग के गैलेक्सी मॉडल्स के लिए उपलब्ध है। इसे प्रयोग करने के लिए आपको सर्टिफाइड चार्जर की आवश्यकता होगी।
- यह एक प्रकार से USB-PD का ही एक उन्नत संस्करण है जिसे सैमसंग के ब्रांडिंग के साथ प्रयोग किया जाता है।
आशा है इस पोस्ट के माध्यम से आप फास्ट चार्जिंग को समझ गए होंगे। यह टेक्नोलॉजी दिन प्रतिदिन और भी तेज होती जाएगी, अत इससे जुड़े सभी अपडेट्स आपको इस वेबसाइट के माध्यम से मिलते रहेंगे। भविष्य में आने वाले सभी प्रकार के नए अपडेट्स के लिए आप हमारे व्हाट्सएप ग्रुप एवं टेलीग्राम चैनल से अवश्य जुड़े।
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